संज्ञा – संज्ञा किसे कहते हैं? परिभाषा, भेद व उदाहरण | Sangya Kise Kahate Hain, Paribhasha, Bhed, Udaharan

स्वागत है दोस्तों आज की नई पोस्ट संज्ञा में, मैं आज बात करने वाला हूं की संज्ञा किसे कहते हैं?(Sangya Kise Kahate Hain) संज्ञा की परिभाषा(Sangya Ki Paribhasha), उदाहरण व भेद के माध्यम से आज हम इस पोस्ट को पढ़ेंगे। तो हम देरी न करके इस पोस्ट को समझने की कोशिश करते हैं।

आज की यह पोस्ट मैंने इस प्रकार से तैयार की है कि चाहे आप जिस भी क्लास में पढ़ रहे हैं आप इसे आसानी से पढ़कर समझ सकते हैं इसमें मैं परीक्षा में आए हुए सभी संज्ञा को शामिल किया है। हो सकता है आपकी भी परीक्षा में इन्हीं में से ही पूछा जाए।

Sangya Kise Kahate Hain

Table of Contents

संज्ञा की परिभाषा | Sangya Ki Paribhasha

जिन विकारी शब्दों में किसी व्यक्ति, स्थान, प्राणी, गुण, काम, भाव आदि का बोध होता है उन्हें संज्ञा कहते हैं दूसरे शब्दों में जिसका अस्तित्व होता है या होने की कल्पना की जा सकती है उसे वस्तु कहते हैं तो वस्तु के नाम को संज्ञा कहते हैं इस प्रकार नाम और संजा एक दूसरे के समरूप है व्याकरण में संज्ञा शब्द ही प्रचलित है। या संज्ञा किसे कहते हैं प्रचलित है

संज्ञा के भेद | Sangya Ke Kitne Bhed Hote Hain

संज्ञा के कितने भेद हैं

हिंदी में निम्नलिखित रुप से संज्ञा के तीन भेद हैं
1.जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya
2.व्यक्तिवाचक संज्ञा – Vyakti Vachak Sangya
3.भाववाचक संज्ञा – Bhav Vachak Sangya

नोट: अब अधिकांश वैयाकरणाचार्य संज्ञा के पांच भेद मांगते हैं|
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा – Vyakti Vachak Sangya
2. जातिवाचक संज्ञा – Jativachak Sangya
3. समूहवाचक संज्ञा – Samuh Vachak Sangya
4. द्रव्यवाचक संज्ञा – Drav Vachak Sangya
5. भाववाचक संज्ञा – Bhav Vachak Sangya

*जो लोग हिंदी में संज्ञा के तीन भेद ही मानते हैं वह समूहवाचक एवं द्व्यवाचक संज्ञा के शब्दों को जातिवाचन संज्ञा के अंतर्गत रखते हैं।

व्याक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं? | Vyakti Vachak Sangya Kise Kahate Hain

जिन संज्ञा शब्द से किसी एक विशेष व्यक्ति या वस्तु का बोध होता है उसे व्याक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं व्यक्तिवाचक संज्ञा दृश्य और सदैव एक वचन होती है

Ex: लखनऊ, संध्या, अंकित, हिमालय, राम, हिंदुस्तान, आदि

व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण | vyakti vachak sangya ke udaharan

नोट : इस संज्ञा में लिंग, वचन से परिवर्तन नहीं होता है

व्याक्तियो के नाम :- राम, कृष्ण, रहीम, राहुल, सूरज, महात्मा बुध, हजरत मोहम्मद, ईसा मसीह आदि
नगरों के नाम :- लखनऊ, कानपुर, हैदराबाद, मुंबई, गोवा, वाराणसी, जयपुर, आगरा, पटना, दिल्ली आदि
समाचार पत्रों के नाम :- हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, अमर उजाला, नवभारत टाइम्स आदि
नदियों के नाम :- गंगा, ब्रह्मपुत्र, कृष्णा, कावेरी, गोदावरी, यमुना, गंडक आदि
फलों के नाम :- आम, अमरूद, सेब, केला, संतरा, आदि
ग्रंथों के नाम :- रामायण, रामचरितमानस, कुरान, पद्मावत, कामयनी, साकेत आदि

इन शब्दों से एक ही वस्तु का बोध होता है
अतः सभी व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्द है जब व्यक्ति वाचक संज्ञा 1 से अधिक का बोध कराने लगती है तो वह जाति वाचक संज्ञा हो जाती है

जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं | Jativachak Sangya Kise Kahate Hain

जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा

जिस शब्द अथवा नाम से किसी व्यक्ति अथवा वस्तु की समस्त जाति का बोध होता है उसे जाति वाचक संज्ञा कहते हैं
Example: मनुष्य, पर्वत, घर, नदी, पुस्तक, घोड़ा, भाई, किसान, बिजली, तूफान, भूकंप आदि

जाति वाचक संज्ञा के उदाहरण

पर्वत‘ कहने से सभी तरह के ‘पर्वतों’ का
घोड़ा‘ कहने से सभी प्रकार के ,घोडों, का और ,
नदी‘ कहने से सभी प्रकार की नदियों का जातिगत बोध होता है जातिवाचक संज्ञाओं की स्थितिया इस प्रकार है

संबंधियों, व्यवसाय, पदों, और कार्यों के नाम :- भाई, पिता, वकील, पुलिस, अध्यक्ष, किसान, मास्टर, मजदूर आदि
पशु पक्षियों के नाम :- भैंस, गाय, घोड़ा, कबूतर, तोता, मैना आदि
वस्तुओं के नाम :- मकान, कुर्सी, मेज, पुस्तक आदि
प्राकृतिक तत्वों के नाम :- बिजली, वर्षा, आंधी, तूफान, भूकंप, ज्वालामुखी आदि।

Note: जातिवाचक संज्ञा सदैव दृश्य और बहुवचन होती है यदि बहुवचन नहीं है तो बहुवचन बनाया जा सकता है यह बनाया जा सके

* आज के युग में जयचंदो की कमी नहीं है यहां जयचंदो किसी व्यक्ति का नाम ना होकर विश्वास घाती व्यक्तियों की जाति का बोधक है

जातिवाचव और व्यक्तिवाचक संज्ञा में अंतर

जातिवाचक संज्ञा – कवि, स्त्री, नदी, नगर, पर्वत,
व्यक्तिवाचक संज्ञा – सूरदास, राधा, जमुना, दिल्ली, हिमालय

भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं | Bhav Vachak Sangya Kise Kahate Hain

भाववाचक संज्ञा की परिभाषा

जिन संज्ञा शब्दों से किसी वस्तु के गुण दशा या व्यापार का बोध होता है उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
जो चीज हमें दिखाएं ना देखकर महसूस हो उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं
Example – दया, क्रोध, सच्चाई, दरिद्रता आदि

भाववाचक संज्ञा के उदाहरण

गुण के अर्थ में :- सुंदरता, कुशाग्रता, बुद्धिमत्ता इत्यादि।
अवस्था के अर्थ में :- जवानी, बचपन, बुढ़ापा इत्यादि।
दशा के अर्थ में :- उन्नति, अवनति, चढ़ाई, ढलान इत्यादि
भाव के अर्थ में :- मित्रता, शत्रुता, कृपाणता इत्यादि

इन शब्दों में भाव विशेष का बोध होता है अतः ये सभी भाववाचक संज्ञा है

भाववाचक संज्ञा का निर्माण

भाववाचक संज्ञाओं का निर्माण जातिवाचक संज्ञा, व्यक्तिवाचक संज्ञा , सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय में आव, अन, ई, ता, त्वा, पन, आई इत्यादि प्रत्यय जोड़कर निर्माण किया जाता है।

समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं | Samuh Vachak Sangya Kise Kahate Hain

समूहवाचक संज्ञा की परिभाषा

जिन संज्ञा शब्दों से एक ही जाति की वस्तुओं के समूह का बोध होता है उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं
उदाहरण :- सभा भीड, कुंज, सेना, गुच्छा, ढेर, टुकड़ी आदि

समूहवाचक संज्ञा उदाहरण सहित

उदाहरण :- सभा भीड, कुंज, सेना, गुच्छा, ढेर, टुकड़ी आदि
व्यक्तियों के समूह :- कक्षा, सेना, समूह, संघ, टुकड़ी, गिरोह और दल इत्यादि
वस्तुओं के समूह :- कुंज, ढेर, गट्ठर, गुच्छा इत्यादि

द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं? | Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain

द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा

द्रव्यवाचक संज्ञा जिन संज्ञा शब्दों से किसी ऐसे पदार्थ या द्रव्य का बोध होता है जिसे हम नाप तोल सकते हैं लेकिन गिन नहीं सकते हैं उन्हें द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं
जैसे – दूध, दही, सोना, चांदी।

द्रव्यवाचक संज्ञा उदाहरण सहित

धातुओं के नाम :- सोना, चांदी, लोहा, पीतल, तांबा, स्टील इत्यादि।
पदार्थों के नाम :- दूध, दही, घी, तेल, पानी आदि।
* नोट : यदि भाववाचक संज्ञा शब्द का बहुवचन बना दिया जाए तो वह जातिवाचक मानी जाती है।

संज्ञा एक नजर में | Sangya Within One Minute

व्यक्तिवाचक: दृश्य + सदैव एकवचन
जाति वाचक: दृश्य + बहुवचन या बहुवचन बनाया जा सके।
भाववाचक : अदृश्य

संज्ञा के उदाहरण | Sangya Ke Udaharan

• अंकित प्रयागराज गया है।
• महात्मा गांधी को बापू कहते हैं।
• नेताजी सभा कर रहे हैं।
• सुमित क्रिकेट खेलता है।
• हिंदुस्तान हमारा देश है।
• होटल में बहुत भीड़ है।
• मैं भारत में रहता हूं।
• अनाज का ढेर लगा है।
• राधा पूजा कर रही है।
• घी बहुत अच्छा नहीं है।
• उसने मोती का हर खरीदा है।
• घर की सजावट किसने की है।
• रामू कुर्सी लाया है।
• पिताजी बाजार सब्जी लेने गए हैं।
• नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता है।
• इंडिया गेट दिल्ली में है।
• राकेश सुबह शाम चाय पीता है।
• अंकित चार दर्जन केला लाया है।
• दिवाली में अयोध्या चमक रही है।
• छात्र पानी पीने गए हैं।
• उदय सेना में भर्ती होना चाहता है।
• नायिका का पति प्रदेश में है।
• घी का मूल्य तो आसमान छू रहा है।
• मैं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
• मछली जल की रानी है।
• छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
• गाय एक पालतू पशु है।
• बच्चे सुबह दूध पीते हैं।
• किसान फसल काट रहा है।
• तुम्हारा गांव कौन सा है।
• सुदीप ने एक कुत्ता पाला है।
• विश्व की सबसे बड़ी सेना कौन है।
• मीरा ने एक कविता लिखी।
• बगीचे में कितनी हरियाली है।
• भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है।

दोस्तों यदि आप किसी भी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो संज्ञा यहीं से ही पूछे जाएंगे आपको धैर्य के साथ इस पोस्ट को पढ़ाना है। मैं इस पोस्ट को परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण तैयार किया है या चैप्टर देखने में काफी बड़ा लगता है लेकिन या चैप्टर इतना बड़ा नहीं है जितना आप सोच रहे हो आप बस एक बार थोड़ा सा समझने की जरूरत है बाकी तो यह चैप्टर आपको क्लियर हो जाएगा।

जी हां दोस्तों मैं इस पोस्ट में हिंदी के व्याकरण के संज्ञा शब्दों को बताने के संपूर्ण कोशिश की है यदि आप संज्ञा अन्य भेद को और विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो आप मुझे कमेंट के माध्यम से बताएं मैं आपको संज्ञा के अन्य भेद को अलग से किसी अन्य पोस्ट के माध्यम से लेकर आऊंगा जब तक के आप इस पोस्ट को कंप्लीट कर लें।

स्टूडेंट यदि आपको संज्ञा किसे कहते हैं? कि यह पोस्ट समझ में आई है तो आप मेरे द्वारा बनाई गई अन्य पोस्ट को पढ़ सकते हैं। मैं संपूर्ण हिंदी व्याकरण को बताया है जाकर आप हिंदी व्याकरण को बिल्कुल ही आसान भाषा में पढ़ सकते हैं।

यदि आपको संज्ञा किसे कहते हैं या संज्ञा की परिभाषा भेद व उदाहरण यदि आपको किसी भी प्रकार की इस पोस्ट में कोई कमी लगती है या हमें आप कोई सूचना देना चाहते हैं तो आप हमें अवश्य दें मैं आपके बहुमूल्य विचार का इंतजार करूंगा धन्यवाद।

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