भाषा किसे कहते हैं? भाषा की परिभाषा, प्रकार | Bhasha Kise Kahate Hain

स्वागत है दोस्तों आज की नई पोस्ट भाषा किसे कहते हैं? (Bhasha kise Kahate Hain) में आज इस पोस्ट के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे की भाषा किसे कहते हैं?(Bhasha kise Kahate Hain) भाषा  के कितने भेद होते हैं? तथा साथी में भाषा (Bhasha) के कुछ महत्वपूर्ण उदाहरण के माध्यम से इस संपूर्ण पोस्ट को पढ़ेंगे।

Bhasha हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग है हर परीक्षा में भाषा से सवाल पूछे जाते हैं आज हम महत्वपूर्ण टॉपिक भाषा की बात करने वाले हैं। तो देरी न करते हुए जानते हैं कि भाषा किसे कहते हैं? (Bhasha Kise Kahate Hain) भाषा की परिभाषा, भेद व उदाहरण के साथ

Bhasha kise kahate hain
Bhasha kise kahate hain

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भाषा की परिभाषा | Bhasha Ki Paribhasha

भाषा वह माध्यम या साधन है जिसके द्वारा एक व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह दूसरे व्यक्ति या दूसरे व्यक्तियों के समूह तक अपने विचारों का आधार प्रदान करता है या विचारों के लेनदेन का माध्यम भाषा है।
इसी संदर्भ में कुछ विशिष्ट भाषा वैज्ञानिकों द्वारा दी गई परिभाषाओं से भाषा का स्वरूप और स्पष्ट हो जाता है।

1. भाषा सीमित और व्यक्त धनिया का नाम है जिन्हें हम अभिव्यक्ति के लिए संगठित करते हैं। : क्रोचे

2. भाषा मनुष्यों के बीच संचार व्यवहार के माध्यम के रूप में एक प्रतीक व्यवस्था है। : वेंद्रे 

3. मनुष्य और मनुष्य के बीच वस्तुओं के विषय में अपनी इच्छा और मति का आदान-प्रदान करने के लिए व्यक्त ध्वनि संकेतों का जो व्यवहार होता है, उसे भाषा कहते हैं। : डॉक्टर श्यामसुंदर दास

4. जिन ध्वनि चिन्हों द्वारा मनुष्य परस्पर विचार-विनिमय करता है जिसको समष्टि रूप से भाषा कहते हैं : डॉक्टर बाबू राम               सक्सेना

5. उच्चरित ध्वनि संकेतों की सहायता से भाव या विचार की पूर्ण अवस्था जिसकी सहायता से मनुष्य परस्पर विचार विनिमय या सहयोग करते हैं, उसे यादृच्छिक रूद्र ध्वनि संकट की प्रणाली को भाषा कहते हैं। : आचार्य देवेंद्र नाथ शर्मा

6. भाषा मनुष्य के उसे चेष्टा या व्यापार को कहते हैं, जिससे मनुष्य अपने उच्चारणोपयोगी शरीर अवयवों से उच्चारित किए गए वर्णनात्मक या व्यक्त शब्दों द्वारा अपने विचारों को प्रकट करते हैं। : डॉक्टर मंगलदेव शास्त्री

7. भाषा उच्चारण अवयवों से उच्चारित प्राय: यादृच्छिक ध्वनि प्रतिको कि वह व्यवस्था है, जिसके द्वारा किसी भाषा समाज के लोग आपस में विचार का आदान-प्रदान करते हैं। : डॉक्टर भोलानाथ तिवारी


ऊपर लिखी परिभाषाओं से यह निष्कर्ष निकलता है की भाषा सामाजिक मनुष्यों के भावों एवं विचारों को आपस में आधार प्रदान करने का माध्यम है।

भाषा का मूल रूप क्या है? | Bhasha Ka Mool Roop Kya Hai

भाषा शब्द का निर्माण संस्कृत की "भाष" धातु से हुआ है। 
भाषा का शाब्दिक अर्थ होता है। : विचार प्रकट करना।

भाषा की विशेषताएं

1. भाषा एक अर्जित संपत्ति है।
2. भाषा का अंतिम स्वरूप नहीं है।
3. भाषा प्रतीकात्मक है।
4. भाषा ध्वनिमय है।
5. भाषा का संबंध मनुष्य से है।
6. भाषा परिवर्तन सील है।
7. भाषा की क्षेत्रीय सीमा होती है।
8. भाषा का स्वरूप कठिन से सरल की तरफ होता है।

भाषा के कितने रूप होते हैं? – Bhasha Ke kitne Roop Hote Hain

भाषा के रूप | Bhasha Ke Roop

प्रत्येक देश में भाषा के मुख्ता तीन रूप उभर कर सामने आते हैं जो निम्नलिखित हैं।

1. बोलियां  
2. परिनिष्ठित भाषा
3. राष्ट्रभाषा

1. बोलियां

भाषा के जिन रूपों का प्रयोग साधारण जनता अपने समूह या घरों में करती है उसे बोली कहते हैं। भारत में कुल मिलाकर लगभग 650 बोलियां बोली जाती हैं जो देश के विभिन्न क्षेत्रों में प्रचलित हैं।

पश्चिमी हिंदी

ब्रज बांगर खड़ी बोली बुंदेलखंडी तथा कन्नौजी बोलियां उत्तर प्रदेश के मेरठ, मुरादाबाद, रामपुर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर आदि जिलों और हरियाणा प्रदेश में बोली जाती हैं।
पूर्वी हिंदी 

अवधी बघेली और छत्तीसगढ़ी आदि।
बिहारी : भोजपुरी, मगही, मैथिली, अंगिया आदि।
राजस्थानी : मारवाड़ी, मेवाती आदि।

2. परिनिष्ठित भाषा

किसी बोली को जब व्याकरण से परिष्कृत किया जाता है। तब वह परिनिष्ठ भाषा बन जाती है। आज की खड़ी-बोली हिंदी लगभग 200 साल पहले एक बोली ही तो थी आज हिंदी पर परिनिष्ठित भाषा है।

3. राष्ट्रभाषा

किसी भी देश के परिनिष्ठित भाषा जब व्यापक रूप से बहुसंख्यक जनता द्वारा व्यवहार में ग्रहण कर ली जाती है तब आगे चलकर राजनीतिक और सामाजिक शक्ति के आधार पर राष्ट्रभाषा का स्थान पा लेती है।

भाषा कितने प्रकार की होती है? | Bhasha Kitne Prakar Ki Hoti Hain

भाषा निम्नलिखित रूप से तीन प्रकार होते हैं।
1. मौखिक भाषा 
2. लिखित भाषा 
3. सांकेतिक भाषा

मौखिक भाषा किसे कहते हैं? | Maukhik Bhasha Kise Kahate Hain

जब व्यक्ति अपने विचारों का आदान-प्रदान बोलकर करता है। और प्राप्त कर्ता उसे सुनकर प्राप्त करता है उसे मौखिक भाषा कहते हैं।

मौखिक भाषा के उदाहरण

रेडियो से समाचार सुनाना
फोन से बात करना
नेता द्वारा सभा को संबोधित करना आदि।

लिखित भाषा किसे कहते हैं? | Likhit Bhasha Kise Kahate Hain

यदि कोई भाषा (लिखित) हमारे पास लिख कर आ रही है और हम उसे पढ़ रहे हैं तो उसे लिखित भाषा कहते हैं।

लिखित भाषा के उदाहरण

पत्र पत्रिकाएं
पाठ्य पुस्तक
समाचार पत्र

सांकेतिक भाषा किसे कहते हैं? | Sanketik Bhasha Kise Kahate Hain

सांकेतिक भाषा - जब व्यक्ति संकेत या इशारों के अपने माध्यम से अपने विचार आदान-प्रदान करता है सांकेतिक भाषा होती है।

सांकेतिक भाषा के उदाहरण

संकेत रोड के हॉर्न
जब तक स्पष्ट ध्वनि ना सुनाई दे।

> मौखिक भाषा सबसे सरल भाषा होती है।
> सांकेतिक भाषा सबसे कठिन भाषा होती है।

राजभाषा किसे कहते हैं? | Rajbhasha kise kahate Hain

जिस भाषा में शासन का कामकाज संपादित होता है उसे राजभाषा कहते हैं। सम्राट अशोक के शासनकाल के समय में पालि राजभाषा थी।

संविधान की आठवीं अनुसूची में 22 भाषाएं शामिल है।
1. असमिया2. बांग्ला3. गुजराती
4. हिंदी5. कन्नड़6. कश्मीरी
7. मलयालम8. मराठी9. उड़िया
10. पंजाबी11. संस्कृत12. तमिल
13. तेलुगु14. उर्दू15. सिंधी
आरंभ में 14 भाषाओं को इस सूची में शामिल किया गया जो निम्नलिखित है।
• 21वें संशोधन के अंतर्गत वर्ष 1967 में 15वीं भाषा के रूप में सिंधी भाषा को जोड़ा गया।

• 71वें संशोधन के अंतर्गत वर्ष 1992 में 16वीं भाषा के रूप में कोकड़ी तथा 17वीं भाषा के रूप में मणिपुरी और 18वीं भाषा के रूप में नेपाली भाषा को शामिल किया गया।

• संविधान के अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के निदेशकों का उल्लेख है।
भारत की राजभाषा हिंदी और अंग्रेजी दोनों हैं क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 120 की धारा एक भाग 17 के अनुसार अनुच्छेद 348 के उपबंधो के अधीन संसद का कार्य हिंदी या अंग्रेजी में किया जाता है।
वर्ष 1963 और 1967 में राजभाषा अधिनियम द्वारा हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को सदा के लिए राजभाषा बना दिया गया।

बोली किसे कहते हैं? | Boli Kise Kahate Hain

राज्य के एक दो जिले या छोटे से क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा को बोली कहते हैं बोलियों में साहित्य रचना नहीं होती है।

पश्चिम क्षेत्र की बोलियां

• खड़ी बोली या कौरवी
• ब्रजभाषा
• बुंदेली
• बांगरू या हरियाणवी
• कन्नौजी

पूर्व क्षेत्र की बोलियां

• अवधी
• बघेली
• छत्तीसगढ़ी

राजस्थानी क्षेत्र की बोलियां

• पश्चिमी राजस्थानी
• पूर्वी राजस्थानी
• उत्तरी राजस्थानी
• दक्षिणी राजस्थानी

पहाड़ी क्षेत्र की बोलियां

• पश्चिमी पहाड़ी
• मध्यवर्ती पहाड़ी

बिहार क्षेत्र की बोलियां

• मगही
• भोजपुरी
• मैथिली

उपभाषा किसे कहते हैं?

उपभाषा : राज्य के एक दो जिले या छोटे से क्षेत्र में बोली जाने वाली भाषा में साहित्य रचना होने लगती है क्योंकि उस क्षेत्र का हो जाता है तब वह उपभाषा कहलाती है।

निष्कर्ष

छात्रों में उम्मीद करता हूं की आपको आज की यह पोस्ट भाषा आपको पसंद आई होगी मैं इस पोस्ट में भाषा के उदाहरण (Bhasha Ke Udaharan) के माध्यम से समझने की कोशिश की है जिससे आपको आसानी से समझ में आ जाए।

यदि आपको भाषा (Bhasha) कि इस पोस्ट में किसी प्रकार की कोई शिकायत है। या आपको भाषा से संबंधित कोई सुझाव देना है तो आप हमें कमेंट सेक्शन या फिर ईमेल के माध्यम से सूचित कर सकते हैं मैं इस त्रुटि को जल्द से जल्द सुधारने का प्रयास करूंगा। आपके बहुमूल्य विचारों का इंतजार रहेगा। आपको भाषा (Bhasha in Hindi) कि यह पोस्ट अच्छी लगी है तो आप अपने मित्रों व परिवार के साथ इस व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर पर शेयर कर सकते हैं। धन्यवाद!

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